कुलदीप आर्य शिवपुरी
*शिवपुरी ब्यूरो।* शिवपुरी जिले में डीपीसी कार्यालय में इन दिनों छात्रावासों की वार्डनों को लेकर काफी चर्चा में बना हुआ हैं। यहां डीपीसी कार्यालय का प्रभार डिप्टी कलेक्टर शिवांगी अग्रवाल के हाथों में हैं। लेकिन सूत्रों की मानें तो मेडम इस कार्यालय पर कम ध्यान दे पा रही हैं, लेकिन कार्यालय में एपीसी के पद पर पदस्थ जैन के हाथ में पूरा का पूरा कारोबार सौंप रखा हैं। इन एपीसी के माध्यम से हाल ही में कोलारस ब्लॉक की एक शिक्षिका को छात्रावास की वार्डन का नाम सूची में चस्पा किया गया हैं। जो कि छात्रावास से लगभग कोलारस के खरई शंकुल में रामनगर स्कूल पदस्थ हैं जो 40-50 कि.मी. दूर स्थित हैं लेकिन महिला का सूची में नाम आने से यह साफ जाहिर हो गया हैं कि जेण्डर कोर ग्रुप की बैठक से पहले ही सूची कार्यालय के बाहर आ गई थी और वहीं सूची के आधार पर डीपीसी कार्यालय में चस्पा की गई हैं। इस पूरे मामले में भ्रष्टाचार की बू आती दिखाई दे रही हैं। क्योंकि दूसरे ब्लॉक की शिक्षिका को वार्डन का प्रभारी बनाया ही नहीं जा सकता हैं, क्योंकि जहां छात्रावास हैं उसके आस पास 2-5 कि.मी. दूरी के आस पास की शिक्षिका को ही वार्डन का प्रभारी बनाया जाता हैं जिससे विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था पर भी कोई प्रभाव न पड़े और अतिरिक्त प्रभार वाले छात्रावास को भी ठीक तरीके से उसकी देख रेख कर सकें।
*जेण्डर कोर ग्रुप के परीक्षण पूर्व ही तैयार हो चुकी थी सूची?*
जिला जेण्डर कोर ग्रुप के परीक्षण उपरांत शिक्षिकाओं की अंतरिम सूची जारी की गई है सूत्रों की मानें तो यह सूची बैठक से पूर्व ही कार्यालय में तैयार कर ली गई थी। जिन शिक्षिकों को छात्रावासों में पदस्थ करना हैं उनके नाम पूर्व में ही तैयार कर लिए गए थे। वहीं के वहीं नाम डीपीसी कार्यालय के बाहर चस्पा किए गए हैं जिनमें विकासखण्ड करैरा के शा.एकीकृत मा.वि.थनरा करैरा में पदस्थ सहायक अध्यापक श्रीमती शकुन्तला यादव को कस्तूरवा गांधी बालिका विद्यालय दिनारा, विकासखण्ड बदरवास के शा.एकीकृत मा.वि.रामनगर कोलारस में पदस्थ प्राथमिक शिक्षक श्रीमती सुल्ताना खांन को कस्तूरवा गांधी बालिका विद्यालय बूढ़ाडोंगर, विकासखण्ड कोलारस के शा.एकीकृत उ.मा.वि.खरई तेन्दुआ कोलारस में पदस्थ प्राथमिक शिक्षक श्रीमती अन्जना यादव को कस्तूरवा गांधी बालिका विद्यालय तेन्दुआ, विकासखण्ड खनियांधाना के शा.वा.मा.वि.क्र.1 खनियांधाना में पदस्थ प्राथमिक शिक्षक श्रीमती तरूणा रावत को कस्तूरवा गांधी बालिका विद्यालय खनियांधाना, विकासखण्ड शिवपुरी के एकीकृत हाईस्कूल फिजीकल कॉलोनी शिवपुरी में पदस्थ सहायक शिक्षक श्रीमती नीता श्रीवास्तव को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस बालिका छात्रावास माधवचौक, विकासखण्ड करैरा के शासकीय हाईस्कूल टोडा पिछोर में पदस्थ माध्यमिक शिक्षक श्रीमती सोनिका गुप्ता को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस बालिका छात्रावास करैरा, विकासखण्ड खनियांधाना के शा.क.प्रा.वि.बामौरकलां खनियांधाना में पदस्थ प्राथमिक शिक्षक श्रीमती सुनीता अहिरवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस बालिका छात्रावास बामौरकलां, विकासखण्ड पोहरी के शा.प्राथमिक विद्यालय पुराना बैराड में पदस्थ श्रीमती उमा कुशवाह को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस बालिका छात्रावास बैराड़, विकासखण्ड बदरवास के शा.प्रा.वि.वहगमा में पदस्थ श्रीमती उमा रघुवंशी को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस बालिका छात्रावास इंदार, विकासखण्ड पोहरी के शा.प्रा.वि.धौरिया पोहरी में पदस्थ प्राथमिक शिक्षक श्रीमती सुनीता शर्मा को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस बालिका छात्रावास इंदार के लिए वार्डन का प्रभार दिया गया है। संबंधित शिक्षिकाओं की पदस्थापना एवं वार्डन के अतिरिक्त प्रभार के संबंध में यदि कोई आपत्ति है तो पूर्ण विवरण के साथ कार्यालय जिला शिक्षा केन्द्र में 19 फरवरी तक कार्यालयीन समय सांयकाल 5.30 बजे तक प्रस्तुत की जा सकेगी।
*सहायक वार्ड को भी छात्रावासों से हटाया*
शिवपुरी जिले में इन दिनों जिले के सभी सहायक वार्डनों को भी हटा दिया गया हैं, ऐसी स्थिति में छात्रावास अधीक्षकों को हटाना और उनके स्थान से दूसरे ब्लॉक की शिक्षिका जो कि 40-50 कि.मी. दूर स्कूलों में पदस्थ हैं उस शिक्षिका को छात्रावास अधीक्षक बनाना कहां तक सही हैं, ऐसी स्थिति में वह समय पर कैसे तो स्कूल जायेंगी और कैसे छात्राओं की देखरेख कर पायेगी।
*आचार संहिता में निकाल दी विज्ञप्ति*
बताया गया हैं कि हाल ही में होने वाले पंचायत चुनावों को दृष्टिगत रखते हुए जिला प्रशासन ने पूरे जिले भर में आचार संहिता लागू की गई थी, लेकिन उसी समय विभाग के कर्र्ताधर्र्ताओं द्वारा इस विभाग के एक बाबू की चाण्क्य नीति के चलते वार्डनों की भर्ती प्रक्रिया को लेकर एक निविदा विज्ञप्ति निकाली गई यह कहीं न कहीं संदेह के घेरे में दिखाई पढ़ती हैं।
*इनका कहना हैं।*
ब्लॉक बदलने का नियम तो नहीं हैं डीपीसी कार्यालय द्वारा कैसे ब्लॉक बदले जा रहे हैं यह तो वही जवाब दे सकेंगे
*संजय श्रीवास्तव*
*जिला शिक्षा अधिकारी*
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